सांसद नायब सिंह सैनी ने कैथल से पटियाला रेल लाइन बिछाने को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री को दिया प्रस्ताव

सांसद नायब सिंह सैनी ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को कैथल से पटियाला तक लगभग 80 किलोमीटर की रेललाइन बिछाने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने अपने प्रस्ताव में कहा कि कैथल के हलका गुहला में सबसे बड़ा कस्बा सीवन है जो धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व रखता है। इस इलाके का पुरात्तन समय में माता-सीता के साथ संबंध रखता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:21 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:21 AM (IST)
सांसद नायब सिंह सैनी ने कैथल से पटियाला रेल लाइन बिछाने को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री को दिया प्रस्ताव
सांसद नायब सिंह सैनी ने कैथल से पटियाला रेल लाइन बिछाने को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री को दिया प्रस्ताव

कैथल (वि) : सांसद नायब सिंह सैनी ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को कैथल से पटियाला तक लगभग 80 किलोमीटर की रेललाइन बिछाने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने अपने प्रस्ताव में कहा कि कैथल के हलका गुहला में सबसे बड़ा कस्बा सीवन है, जो धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व रखता है। इस इलाके का पुरात्तन समय में माता-सीता के साथ संबंध रखता है।

इसके अतिरिक्त यह क्षेत्र ब्लाक एवं उप तहसील का दर्जा भी रखता है। सांसद ने कहा कि कैथल में रेलवे स्टेशन है और पटियाला में भी रेलवे स्टेशन है। जिला से वाया सीवन होकर जिला पटियाला की दूरी 80 किलोमीटर है। यह क्षेत्र आजादी के 70 साल बाद भी रेल सुविधा से वंचित है। रेल लाइन नहीं होने के कारण देश के बाकि हिस्सों से हलका गुहला व सीवन कटा है। इसी कारण से व्यापारिक दृष्टि से यह हलका पिछड़ा हुआ है। उन्होंने अपने प्रस्ताव में मांग रखी कि कैथल से वाया सीवन पटियाला तक 80 किलोमीटर तक रेलवे लाइन बिछा दी जाए तो हलका गुहला व सीवन व्यापारिक व पर्यटन की दृष्टि से देश के बाकि हिस्सों से जुड़ जाएगा।

सांसद ने कहा कि बीकानेर-हिसार से हरिद्वार जाने वाली गाड़ी नंबर 14715 व 14717 दोनों गाडि़यों के बारे में कहा कि ये दोनों गाड़ियां बीकानेर से रोहतक होकर हरिद्वार वाया पानीपत-करनाल जाती है, लेकिन पानीपत-करनाल से औसतन पांच सवारियां ही जाती हैं। जिससे रेलवे विभाग को नुकसान हो रहा है। उन्होंने अपने प्रस्ताव में कहा कि यदि इन गाड़ियों का रूट बदलकर रोहतक-जींद-नरवाना-कलायत-कैथल-कुरूक्षेत्र कर दिया जाए तो ये गाडि़यां यात्रियों से भरकर चलेगी, क्योंकि प्रतिदिन सैकड़ों सवारियां हरिद्वार जाती है, लेकिन यहां से कोई भी गाड़ी सीधा हरिद्वार तक नही जाती। यह रूट करने से जहां रेलवे विभाग को आर्थिक रूप से फायदा होगा, वहीं क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी।

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